Sep 17, 2009

लालू की वापसी

लालू यादव की पार्टी ने बिहार उपचुनाव के परिणाम में जो सफलता पाई है वो पार्टी के लिए एक प्राणवायु का कम कर सकती है .लगातार मिल रहे हार के बाद ये जीत वाश्त्विक में लालू यादव के लिया कुछ रहत वाली है .बिहार मई जातिकी राजनीती तो पुरनरुपेंअभी खत्मनही हुई है लेकिन कुछ सकारात्मक शुरुआत हो चुकी है .श्याम रजक द्वारा पार्टी को चोरने के बाद येः कहना शुरू हो चुका था की लालू यादव के बुरे दिन सुरु हो चुके है .लोकसभा चुनाव के बाद लालू यादव के लिया येः सबसे बड़ा झटका था फिर तस्स्लिमुद्दीन द्वारा पार्टी छोरनेके बाद आवाज़ और तेज़ हो गई लेकिन बिहार के उपचुनाव मैं शानदार रिजल्ट और दिल्ली की विधानसभा मई पार्टी के मेंबर के पहुचने से लालू की पार्टी में फिर से जान आ गया है और हो न हो येः यादव के लिया येः एक सुभ संकेत हो और विरोधियो के लिए एक सबक की लालू को बिहार की राजनीती से हटाना कोई मुट्ठी का खेल नही है.

1 comment:

Varun BAAT NIRALI,ANDAAZ JUDAA said...

ha yah jarur hai ki is jit ne lalu ko phir se bihar ki rajniti me sakriy kar diya hai. jo kuch logo ko nagawor lag raha hai. likin isme kuch kiya nhi ja saqta, yah janta ka phasla hai. lalu ki jit ne do bato ko sabit kar diya. ek to yah ki nitees ne jo rajnit ki hai usme koi kami hai. aur dusari ki niteesh ne wo vikash nhi kiya hai, jo parcharit kiya ja raha hai.
aapne jo likha hai wo sahi hai, ha yah jarur hai ki isse party me padi phut ko rokane me sahayata milega. lakin wostviqta to yah hai ki isse rajay ke vikash me bhi teji aayegi, kyuki niteesh ko is har se aapne kamo ki samikcha karni padegi.