Oct 12, 2009

मध्यप्रदेश में नया फार्मूला

मध्यप्रदेश में अब मंत्री और ऑफिसर प्रतिदिन डायरी लिखेंगे ,इस डायरी में जो मुख्या बात होगी वो ये क्या की वो प्रतिदिन किससे मिलते है ?कौन से सरकारी काम निबटाते है इन सब चीजों को लेकर होगी .सबसे जो मुख्य बात है वो ये क्या की मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री का मानना है की इससे सारी जानकारी मिल सकेगी की कौन से काम समय पे पुरा हुआ या नही हुआ .इसके द्वारा जो मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री की एक सोच की इससे लोगो में सरकार की लोकप्रियता भी बढेगी ,लोगो को सरकार से जुड़े मामले में सच्चाई नज़र आएगी .इस के परिणाम स्वरुप लोगो की समस्स्याओ को ज्यादा अच्छे से निपटाया भी जाया जाय सकेगा .इस में अधिकारी लोगो के वास्ते जो नियम है वो है की उन्हें इसमे प्रतिदिन का एक तरह से हिसाब ही देना होगा .अधिकारियो को ये बताना होगा की उन्होंने महीने में क्या क्या काम किया और उसमे आवश्यक कितने थे .अपने विभाग को लेकर कितने महत्वपूर्ण फैसले लिया .एक बात तो जरूर है की इस कदम की प्रशंसा तो करनी ही चाहए की कम से कम सरकार के मुखिया ने येः तो सोचा की कैसे प्रशासन को ज्यादा पारदर्शक बनाया जाय। .वही दूसरी ओर मंत्रियो को भी हर महीने अपने काम के बारे में जानकारी देनी होंगी .अपने प्रभार वाले जिले के दौरे की भी जानकारी देनी होंगी .साथ ही साथ येः भी बताना होगा की अपने मंत्रालय में कितना समय दे रहे है .अधिकारियो की रिपोर्ट तो हर महीने १५ तारीख को वेबसाइट पे होगी पैर मंत्रियो की रिपोर्ट को सिर्फ़ मुख्मंत्री ही पढेंगे .मेरा मानना है की सरकार को लोकसभा के परिणामो ने इस चीज़ को करने को उकसाया जैसा की चुनाव परिणाम ने जता दिया की सरकार से जनता उतनी खुस नही है .खैर जो भी हो येः कदम स्वागत के योग्य है .