Nov 4, 2010


जिदंगी के हर एक अंत में शायद एक नई शुरुआत की भी संकल्पना छुपी हुई होती है। हमें इसीलिए किसी भी वस्तु के खत्म हो जाने से बहुत ज्यादा दु:खी नहीं होना चाहिए। क्योकि जो चल रहा है, उसे बदलने के लिए एक नई शुरुआत की आवश्यकता होती है। हो सकता है कि नई शुरुआत में कुछ समय लगे और यह जोखिम भरा भी हो। परन्तु आखिरकार डर और जोखिम के बाद ही जीतने का मजा आता है।
राजेश शुक्ल....