Sep 12, 2009

देश तो हमारा आजाद हो तो गया लेकिन हमारी मानसिकता अभी तक नही बदली है,आए दिन ऐसी घटनाये होती रहती ही की हम चाह कर भी कुछ नही कह पते है.चाहे किसी महिला के साथ बलात्कार हो जाए किसी बच्चे को जबरदस्ती तरह तरह की यातनाए दी जाए!हमारा तो बस कम ही है घटनाओ को देख कर अपना मुह मोर लेते है!आख़िर कब तक हम ऐसे ही सहते रहेंगे !आख़िर हम कब कुछ कहंगे !तब जब हमारे ऊपर ऎसी किसी तरह की घटनाये होंगी,...............................................................................आप अपने विचार जरूर दे !आपके विचारो की सख्त जरूरत है !