Jan 9, 2010

नितिन गडकरी के नए संकेत

नितिन गडकरी ने बीजेपी के प्रमुख का पदभार सँभालते ही कुछ अलग तरह के संदेश देने शुरू कर दिए है नितिन गडकरी को जमीन से जुडा हुआ नेता माना जाता है ,उन्हें काम करने वाले नेता के रूप में एक अलग पहचान मिली हुई है कल तक उन्हें सिर्फ़ महाराष्ट्र तक ही सीमित नेता माना जाता था ,लेकिन आज गडकरी देश के प्रमुख पार्टी भाजपा के मुखिया है बहुत लोगो को ताजुब भी हुआ जब नितिन की ताजपोशी की खबरें मीडिया में आनी शुरू हुई ,लेकिन किसी को भी कुछ भी हो लेकिन गडकरी तो दिल्ली पहुँच ही गए गडकरी की माने तो इसके पहले उन्होंने इस नए शहर में रात भी नहीं बितायी थी अब तो ज्यादातर समय बिताना होगा खैर इस चीज़ को जाने दीजिये नितिन ने पार्टी में मुख्य पद सँभालते ही यह कह दिया है की अब ड्राईंग रूम की राजनीती नहीं चलेगी और नेताओ को जमीन से जुड़ना ही होगा नितिन ने भागवत की बात को दोहराते हुए कहा है की जिस भवन की नीव मजबूत होती है वही भवन असल में मजबूत होता है ,अच्छी कार्यकुशलता भी उस भवन को नहीं बचा पाती जिसकी नीव कमजोर होती है गडकरी के ये बात उनलोगों के लिए एक चुनौती हो सकती है जो सिर्फ़ दिल्ली में बैठ कर राजनीती करते है लगातार पार्टी की हार के कारण को भी ड्राईंग रूम पोलिटिक्स ही बताया जा रहा है गडकरी के ये संकेत एक तरह से बहुत ही अच्छे है इससे पार्टी में सही मायनो में काम करने वाले लोग तो मिलेंगे ही देश को भी अच्छे नेता मिलेंगे आज लोग गावं में जाना नहीं चाह रहे है सिर्फ़ चुनाव के समय ही उनको इनकी याद आती है गडकरी के बात में दम तो है सही में आज योजनाये तो बनती है मगर वो फेल हो जाती है सबसे बड़ा इसका कारण है हम उस नजरिये से योजना बना ही नहीं पाते है जिसकी गावं में वहां के लोगो को जरूरत है गडकरी ने इस बात के एक संकेत दिए है की जो लोग जमीन से जुड़े है उनको ज्यादा मौका मिलेगा आज जिस तरह से राजनीती में जमीन से जुड़े लोगो की उपेक्षा हो रही है उनके लिए जरूर यह एक अच्छी ख़बर है नितिन ने यह वादा किया है की पार्टी में वे ऐसे लोगो को भर देंगे जो सही में काम कर रहे है उनको तरहीज भी दी जाएगी नितिन ने भी एक आम से इतने दूर तक का सफर तय किया है ,तो इतना तो तय है की अब पार्टी में आम को जगह जरूर मिलेगी नितिन ने राहुल की वर्तमान राजनीती को भी सराहा है जो इस बात का संकेत है की वो भी कुछ इसी तरह के व्यक्तियो को पसंद करते है जो भारत को असल में समझता हो या इसकी कोशिश में लगा हो

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